चंडीगढ़. हरियाणा विधानसभा घेराव को लेकर हजकां नेता व कार्यकर्ताआें पर चंडीगढ़ पुलिस ने ताबड़तोड़ भांजी लाठिया दिल्ली के राजनीतिक गलियारों से लेकर हरियाणा विधानसभा तक गूंजेगी। विपक्षी दल इस दिशा में पूरी तैयारी कर रहे हैं। विपक्षी यह कह रहे हैं कि चंडीगढ़ हरियाणा की राजधानी है, इसलिए प्रदेश की जनता को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन बर्बरतापूर्ण लाठियां भांजना न्यायसंगत नहीं।
चंडीगढ़. पिछले साल किसान रैली में मुंह की खा चुकी चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाईं। लाठीचार्ज के वक्त इसका ख्याल भी नहीं रखा गया कि लाठी सिर पर लग रही है या शरीर के किसी अन्य हिस्से पर। पुलिस ने खड़ी गाड़ियों पर भी गुस्सा उतारा। इसमें कुलदीप बिश्नोई के हाथ और सिर पर चोट आई है। हजकां के 32 समर्थक जबकि पुयह टकराव उस समय हुआ जब हजकां के कार्यकर्ता विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई कर रहे थे। चण्डीगढ़ के सेक्टर 25 स्थित मैदान में पार्टी के 1000 से ज्यादा कार्यकर्ता राज्य सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे थे। विधानसभा की ओर जाने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल करना पड़ा। लिस के 34 कर्मचारी घायल हुए हैं।
Sunday, March 7, 2010
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